हेलो दोस्तों हमने AC सिस्टम और DC सिस्टम के बारे में हमारे आगेके आर्टिकल में जानने का प्रयाश किया था,और वो क्या है ? ये हमने जान लिए आज हम, AC और DC के फायदे और नुकशान के बारे में जानने वाले है,तो दोस्तों उम्मीद है की ये आर्टिकल पढ़ने के बाद आपका doubt क्लियर हो जायेगा तो आईये जानते है.
हम बिजली के इम्पोर्टेन्स के बारे में जानने वाले है की बिजली हमारे लाइफ में कितनी important है बिजली के बिना जीना मुश्किल है ऐसा लगता है और हमने बिजली के बारे पहले जान चुके है तो आइये जानते है,विद्युत शक्ति का महत्व क्या है ?
प्रारंभ में डीसी सिस्टम मौजूद था इसलिए इसका इस्तेमाल किया गया था। तब से एसी सिस्टम में ट्रांसफॉर्मर के आविष्कार और विकास के कारण एसी सिस्टम का उपयोग बढ़ गया है। एसी सिस्टम आज लगभग हर जगह प्रयोग किया जाता है। डीसी सिस्टम का उपयोग कुछ विशेष उपयोगों के लिए किया जाता है। इसके लिए भी एसी को रेक्टिफायर का उपयोग करके डीसी में परिवर्तित किया जाता है। एसी और डीसी सिस्टम के फायदे और नुकसान इस प्रकार हैं।
Contents
एसी सिस्टम के फायदे ? | [Advantages of Ac System]
[1] एसी सिस्टम में एक अल्टरनेटर द्वारा सीधे वोल्टेज उत्पन्न किया जा सकता है।
उदाहरण:- १५ केवी [15 kv] या अधिक।
[2] अल्टरनेटर को उच्च स्तर पर संचालित किया जा सकता है।
[3] ट्रांसफॉर्मर की मदद से उच्च दक्षता के साथ वोल्टेज को स्टेप या डाउन किया जा सकता है।
[4] समान शक्ति और वोल्टेज के लिए एसी मोटर सस्ता और मजबूत है और इसके रखरखाव [Maintenance]की कम आवश्यकता होती है।
[5] थ्री फेज एसी की मदद से एक घूर्णन चुंबकीय क्षेत्र [rotating magnetic field] उत्पन्न किया जा सकता है, जिसका उपयोग थ्री फेज मोटर में किया जाता है।
[6] एक चक्र में करंट का मान दो बार शून्य से गुजरता है, झटका लगने पर संपर्क टूटने की संभावना होती है। हालाँकि वोल्टेज का शिखर मूल्य dc से अधिक है
एसी सिस्टम के नुकसान ? [Disadvantages of Ac System]
[1] भार [load] के प्रकार के आधार पर इसका एक शक्ति कारक प्रभाव [power factor ] होता है। इससे प्रतिक्रियाशील धारा [reactive current] की लागत [value] बढ़ जाती है।
[2] हाई वोल्टेज एसी में कोरोना का असर होता है, इसलिए लाइन में बिजली की हानि [power loss] होती है।
[3] ट्रांसमिशन के लिए वोल्टेज विनियमन [voltage regulation] की लागत अधिक है
डीसी सिस्टम के फायदे ?[Advantages of Dc System]
[1] dc का प्रयोग इलेक्ट्रोप्लेटिंग के लिए किया जाता है.
[2] dc में frequency नहीं होती.
[3] ट्रांसमिशन में वोल्टेज विनियमन [voltage regulation] की लागत [value] कम है।
[4] [कोरोना का कोई प्रभाव नहीं है।
[5] dc में मोटर की स्पीड को आसानीसे कण्ट्रोल किया जा सकता है
[6] dc का प्रयोग बॅटरी चार्जिंग में किया जाता है
[7] पावर फैक्टर का कोई सवाल ही नहीं है, क्योंकि वोल्टेज और करंट दोनों फेज में हैं।
डीसी सिस्टम के नुकसान ?[Disadvantages of Dc System]
[1] एक उच्च वोल्टेज उत्पन्न नहीं किया जा सकता है क्योंकि डीसी दो कम्यूटेटर बयानों के बीच एक निश्चित वोल्टेज नहीं रख सकता है।
[2] डीसी जनरेटर को तेज गति से चलने में कठिनाई होती है।
[3] इसमें ट्रांसफर का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। वोल्टेज के मान [value] को बदलने के लिए एक मोटर-जनरेटर सेट का उपयोग करना पड़ता है। इससे उच्च लागत और कम दक्षता हो सकती है। शोर भी होता है और अधिक रखरखाव [maintenance] करना पड़ता है।
[4] डीसी मोटर्स में कम दक्षता, उच्च लागत और उच्च रखरखाव है।
[5] एक घूर्णन चुंबकीय क्षेत्र[rotating Magnetic field] उत्पन्न नहीं किया जा सकता है।
[6] एक झटके के बाद रिहा [छूटना ] होने की संभावना नहीं है।
[7] DC धरा को 650 वोल्टज से अधिक पैदा नहीं किया जा सकता